🔔 किसान क्यों नुकसान में रह जाता है?
कई किसान सिर्फ़ आज का भाव देखकर फसल बेच देते हैं। लेकिन मंडी सिर्फ़ भाव से नहीं, आवक और मांग से चलती है।
भाव बताते हैं – आज क्या चल रहा है
मंडी संकेत बताते हैं – कल क्या हो सकता है
🧠 किसान को रोज़ किन बातों पर ध्यान देना चाहिए?
1️⃣ मंडी में आवक कितनी है
- ज़्यादा आवक = भाव गिरने का डर
- कम आवक = भाव टिकने की संभावना
👉 अगर मंडी भरी है, तो जल्दबाज़ी में बेचने से बचें।
2️⃣ भाव टिक रहे हैं या टूट रहे हैं
अगर आवक बढ़ने के बाद भी भाव नहीं गिर रहे,
तो समझिए मांग ठीक है।
👉 ऐसे समय में थोड़ी रुकावट फायदेमंद हो सकती है।
3️⃣ दूसरी मंडियों का हाल
अगर पास की मंडी में भाव अच्छे हैं,
तो वहाँ माल भेजना ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है।
👉 एक मंडी देखकर फ़ैसला न करें।
4️⃣ कौन खरीद रहा है
- खुदरा व्यापारी → रोज़ का माल
- बड़े व्यापारी / प्रोसेसर → ज़्यादा मात्रा
👉 जब बड़े खरीदार आते हैं, भाव संभलते हैं।
5️⃣ जोखिम के संकेत
- अचानक भाव गिरना
- खरीदार कम होना
- माल रुक जाना
👉 ऐसे संकेत मिलें तो तुरंत योजना बदलें।
💡 किसान के लिए सलाह
- रोज़ मंडी की जानकारी देखें
- सिर्फ़ दलाल या अफवाह पर भरोसा न करें
- सही समय पर बेचने से ही मुनाफ़ा होता है
📈 समझदारी से बेचिए, नुकसान से बचिए।
📧 संपर्क: harvesttrackresearch@gmail.com
Post a Comment