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चना (चने) किसानों के लिए उत्तर भारत के शीर्ष 15 मंडियों में बिक्री हेतु आर्बिट्रेज विश्लेषण

परिचय

यह रिपोर्ट चना (चिकपी) उत्पादक किसानों के लिए उत्तर भारत की प्रमुख 15 मंडियों में बिक्री के अवसरों का आर्बिट्रेज विश्लेषण प्रस्तुत करती है। विश्लेषण जयपुर (राजस्थान) को आधार स्थान मानकर तैयार किया गया है, जो चना का एक प्रमुख उत्पादन क्षेत्र है। यहां मंडी मूल्य, परिवहन लागत, मंडी शुल्क (2%), कमीशन (2%), श्रम लागत (200 ₹/क्विंटल) आदि सभी घटकों को शामिल किया गया है। उत्पादन लागत को औसतन 3,500 ₹/क्विंटल माना गया है।

डेटा की वैधता: यह विश्लेषण 17 नवंबर 2025 तक के उपलब्ध बाजार डेटा पर आधारित है। स्रोत: NCDEX लाइव स्पॉट कोट्स, CommodityOnline मंडी भाव, और अन्य कृषि बाजार रिपोर्ट्स। बाजार मूल्य दैनिक उतार-चढ़ाव के अधीन हैं, इसलिए वर्तमान भाव की पुष्टि करें। परिवहन लागत दूरी के आधार पर 0.5 ₹/किमी/क्विंटल मानी गई है (ट्रक लोड के लिए अनुमानित)।

लागत घटक

  • मंडी मूल्य: मंडी में बिक्री मूल्य (₹/क्विंटल)।
  • परिवहन लागत: जयपुर से दूरी के आधार पर (ट्रक द्वारा)।
  • अन्य लागतें: मंडी शुल्क + कमीशन (4% मूल्य का) + श्रम (200 ₹/क्विंटल)। कर (GST) कृषि उत्पादों पर न्यूनतम माना गया।
  • शुद्ध प्राप्ति: मूल्य - परिवहन - अन्य लागतें।
  • शुद्ध लाभ: शुद्ध प्राप्ति - उत्पादन लागत (3,500 ₹/क्विंटल)।

मंडी-वार विश्लेषण तालिका


 निष्कर्ष एवं सिफारिशें

  • उच्चतम लाभ वाली मंडी: दिल्ली (1,789.64 ₹/क्विंटल शुद्ध लाभ), उसके बाद रोहतक, हिसार और सिरसा (हरियाणा)। ये मंडियां उच्च मूल्य प्रदान करती हैं, जबकि परिवहन लागत उचित है।
  • निम्न लाभ वाली मंडियां: बरेली और अमृतसर, जहां परिवहन लागत अधिक है और मूल्य अपेक्षाकृत कम।
  • सुझाव: किसान उच्च लाभ वाली मंडियों (दिल्ली, हरियाणा क्षेत्र) का चयन करें। e-NAM पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन बिक्री पर विचार करें ताकि परिवहन कम हो। मौसम, आपूर्ति और सरकारी नीतियों (जैसे MSP) पर नजर रखें। अधिक जानकारी के लिए स्थानीय APMC या कृषि विभाग से संपर्क करें।
चेतावनी: यह अनुमानित विश्लेषण है; वास्तविक लागतें वाहन प्रकार, मात्रा और बाजार स्थितियों पर निर्भर करेंगी। डेटा 17 नवंबर 2025 तक वैध है।

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